भारत की प्रमुख झीलें जिनसे हर बार परीक्षाओं में प्रश्न बनता है।


भारत के प्रमुख झीलें

चिल्का झील

यह झील उड़ीसा राज्य के तट पर स्थित है।

यह भारत का प्रमुख जैव विविधता का केंद्र भी है।

1981 में इस झील को रामसर आर्द्र भूमि सूची में शामिल किया गया।

यह भारत की सबसे बड़ी लैगून और खारे पानी की झील है।

इस झील के अंदर कई छोटे छोटे द्वीप भी है।

जिनमे सोमोलो, हनीमून,कालीजई, ब्रेकफास्ट, राजहंस आदि प्रमुख हैं।

जाड़े की ऋतु में इस झील में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं।

यहां पक्षियों की लगभग 150 से अधिक प्रजातियां पाई जाती है।



सांभर झील

यह राजस्थान के नागौर में स्थित है जयपुर तथा अजमेर के बीच।

इसे 1990 में रामसर आर्द्र भूमि सूची में शामिल किया गया।

यह भारत की सबसे बड़ी आंतरिक खारे पानी की झील है।

कुछ जगहों पर इसे नमक की झील भी कहते हैं।


लोकटक झील

यह झील मणिपुर के विष्णुपुर जिले में स्थित है।

यह उत्तर पूर्वी भारत की सबसे बड़ी झील है।

मीठे पानी की झील है।

यह विश्व की एकमात्र तैरती झील है।

जैव विविधता एवं जैव उत्पादकता के कारण यह मणिपुर की जीवन रेखा कहलाती है।

1990 में इस झील को रामसर आर्द्र भूमि के अंतर्गत शामिल किया गया।

लोकटक जल विद्युत परियोजना द्वारा इस झील की पारिस्थितिकी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।



बेम्बनाद झील

यह केरल में स्थित प्रसिद्ध पश्च झील है।

इस झील के पूर्वी तट पर कुमार कोम पक्षी अभयारण्य है।

2002 में इस झील को रामसर आर्द्र भूमि सूची में शामिल किया गया।

इस झील के उत्तर में देश का प्रमुख बन्दरगाह कोच्चि है।

जिसके दोनों ओर झील में दो द्वीप विलिंगटन, व वल्लरपदम स्थित है।

प्रसिद्ध नेहरू ट्राफी नौकायन प्रतियोगिता इसी झील में प्रति वर्ष आयोजित होती है।

जिसे ओणम पर्व के रूप में मनाया जाता है।


पुलिकट झील

350 वर्ग किलोमीटर में फैला यह एक लैगून झील है।

यह आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में फैली है।

इस झील का लगभग 84 % भाग आंध्र प्रदेश व 16% भाग तमिलनाडु में है।

इस झील के आंध्र प्रदेश वाले हिस्से को 1976 में तथा तमिलनाडु वाले हिस्से को 1980 में पक्षी अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया।

इस झील में गिरने वाली नदियों में अरनी, कलंगी, स्वर्णमुखी प्रमुख हैं।

पुलिकट झील एक लैगून या पश्च झील है।



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अमित कुमार शुक्ल
Blogger/C.S./G.A.S./Geography
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)

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