संदेश

मई, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

LT ग्रेड व GIC प्रवक्ता परीक्षा पर विशेष जानकारी

चित्र
  जैसा कि आपको पता ही होगा कि उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग को पिछले ही वर्ष  शिक्षा विभाग से जुड़े कुछ पदों यथा- प्रवक्ता राजकीय इण्टर कालेज, सहायक अध्यापक प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी (एल०टी० ग्रेड),खण्ड शिक्षा अधिकारी के रिक्त पदों के लिए अधियाचन प्राप्त हो चुका है। शासन से अनुमति मिलते ही आयोग विज्ञापन जारी करेगा। एक विज्ञप्ति में आयोग द्वारा यह बताया गया है कि शासन स्तर से समकक्षता के निर्धारण के पश्चात् उपरोक्त पदों के लिए जल्द विज्ञापन जारी होगा। आयोग द्वारा रिवाइज परीक्षा कैलेन्डर जारी किया जाना है जिसमें समीक्षा अधिकारी पुनर्परीक्षा ,UPPCS प्री परीक्षा व अन्य परीक्षाओं की तिथियां निर्धारित होंगी। LT ग्रेड शिक्षक भर्ती प्रारम्भिक परीक्षा के बारे में- परीक्षा योजना एवं पाठ्यक्रम परीक्षा योजना परीक्षा हेतु 150 वस्तुनिष्ठ बहुविकल्पीय प्रश्नों वाला एक प्रश्न-पत्र होगा जिसका प्रत्येक प्रश्न 01 अंक का होगा। उक्त प्रश्न-पत्र निम्नलिखित 02 भागों में विभक्त होगाः प्रथम भाग (1)- सामान्य अध्ययन :- 30 प्रश्न (वस्तुनिष्ठ प्रकारक) द्वितीय भाग (2)— मुख्य विषय:- 120 प्रश्न (वस्तुनिष्ठ प्रकारक) कुल प्रश

भारत सरकार के आगामी लक्ष्य

चित्र
भारत सरकार के आगामी लक्ष्य  भारतीय अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य -2024-25 भारतीय अर्थव्यवस्था को ट्रिलियन डॉलर डिजिटल इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य  -2025 सभी गावों में ऑटिकल फाइबर बिछाने का लक्ष्य -2025 भारत को टीबी (TB) मुक्त देश बनाना -2025 पेट्रोल में एथनॉल को 20 % मिश्रित करने का लक्ष्य -2025 HIV एड्स को खत्म करने का लक्ष्य -2030 कुल वाहन में 30% इलेक्ट्रिक वाहन करने का लक्ष्य -2030   100 मीट्रिक टन कोयला गैसीकरण प्राप्त करने का लक्ष्य   -2030 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा प्राप्त करने का लक्ष्य -2030 280 गीगावाट सौर ऊर्जा प्राप्त करने का लक्ष्य -2030 कुल कार्बन उत्सर्जन में एक अरब टन की कमी -2030 भारत से पूर्ण रूप से मलेरिया उन्मूलन -2030 भारतीय रेलवे को नेट जीरो कार्बन एमिशन या Green रेलवे बनाने का लक्ष्य -2030   हाइड्रो फ्लोरो कार्बन (HFC) के उपयोग को 80% तक कम करने का लक्ष्य -2047 भारत को ऊर्जा स्वतंत्र  आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य -2047   पोत निर्माण में आत्मनिर्भरता हासिल करने का लक्ष्य -2047 मुंबई शहर में शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य -2050 भारत

बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात "रेमल" के विषय में विस्तृत जानकारी

चित्र
बंगाल की खाड़ी में निम्न वायु दाब का क्षेत्र विकसित हो रहा है यहाँ समुद्री जल का तापमान लगभग 30 डिग्री सेंटिग्रेड के आस- पास रिकॉर्ड किया गया है अतः यहाँ उष्ण  कटिबंधीय  चक्रवातीय स्थिति बन रही है। सामान्यतः उष्ण कटिबंधीय चक्रवात के लिए 27 डिग्री सेंटिग्रेड तापमान की आवश्यकता होती है उसकी तुलना में 3 डिग्री सेंटिग्रेड तापमान अधिक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार 25 मई की सुबह तक पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी में चक्रवात बनने की उम्मीद है। ऐसे में आस-पास के क्षेत्रों में 60 -102 किलोमीटर/घंटे की गति से हवा चलने का अनुमान है। इसका प्रभाव भारत के पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओड़िशा, मिजोरम, त्रिपुरा, दक्षिण मिजोरम समेत बांग्लादेश के तटीय इलाकों में रहेगा। IMD के अनुसार 26 से 27 मई तक इन क्षेत्रों में भारी वर्षा होगी। IMD की मानें तो इस चक्रवात से मानसून जल्दी आने की संभावना है। परीक्षोपयोगी तथ्य ✅ चक्रवात (cyclone) का नाम :-  रेमल (Remal) ✅ रेमल (Remal) का अर्थ रेत है। ✅ यह एक अरबी शब्द है। ✅ यह नाम ओमान ने दिया है। ✅ यह एक उष्ण कटिबंधीय चक्रवात है। ✅ गत 30 वर्षों से महासागर

जून में जारी होगा रेलवे NTPC भर्ती का विज्ञापन

चित्र
नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) के अंतर्गत (जूनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट, अकाउंट्स क्लर्क कम टाइपिस्ट, जूनियर टाइम कीपर, ट्रेन क्लर्क, कमर्शियल कम टिकट क्लर्क, ट्रैफिक असिस्टेंट, गुड्स गार्ड, सीनियर कमर्शियल कम टिकट क्लर्क, सीनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट, जूनियर अकाउंट असिस्टेंट कम टाइपिस्ट, सीनियर टाइम कीपर , वाणिज्यिक प्रशिक्षु और स्टेशन मास्टर) जैसे पदों हेतु विज्ञापन जून महीने के अंतिम सप्ताह तक जारी होगा। इसकी सूचना रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई है। श्री वैष्णव के अनुसार  रेल मंत्रालय के निर्देश पर रेलवे विभाग ने एनुवल वैकेंसी प्रोग्राम (AVP) तैयार किया है। जिसमे प्रत्येक वर्ष रेलवे में रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला जायेगा। इस प्रोग्राम कि शुरुआत इसी वर्ष से की गई है। इस प्रोग्राम के तहत जनवरी माह में  ALP (असिस्टेंट लोको पायलट) तथा अप्रैल माह में  TECH (टेक्निकल) के रिक्त पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था इसी क्रम में जून माह में  NTPC (नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी) तथा अक्टूबर माह में LEVEL-1(ग्रुप -D) के लिए विज्ञ

बैठक में भर्ती प्रक्रिया पर हुई चर्चा, आगे की तैयारी में लगा शिक्षा सेवा चयन आयोग

चित्र
शिक्षा सेवा चयन आयोग, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तर्ज पर काम करेगा। इस पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। कमेटी को 15 दिनों में रिपोर्ट देनी है। शिक्षा सेवा चयन आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष की बैठक में भर्ती प्रक्रिया,नियम-शर्तें भर्ती के मापदंड आदि बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। अध्यक्ष तथा सदस्यों का भर्तियों की निष्पक्षता तथा पारदर्शिता पर विशेष जोर रहा। ऐसे में लोक सेवा आयोग की तर्ज तथा मापदंडों पर काम करने तथा भर्तियां करने का निर्णय लिया गया, इसी क्रम में अध्यक्ष ने कमेटी गठित की। लोक सेवा आयोग कैसे काम करता है, सेवा शर्तें क्या हैं, भर्ती एवं परीक्षा की क्या प्रक्रिया है तथा इसके मानक क्या हैं आदि बिंदुओं पर समिति अध्ययन करेगी और रिपोर्ट तैयार करेगी। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की कल हुए बैठक के महत्वपूर्ण बिंदु.... सर्वप्रथम आयोग पूर्व में लिए गए असिस्टेंट प्रोफेसर, टीजीटी, पीजीटी आवेदन की परीक्षा को सम्पन्न कराएगा जिसमें सबसे पहले असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी। उसके बाद टीजीटी, पीजीटी भर्ती के 4163 पदों के ल

𝗦𝗽𝗲𝗲𝗱 𝗧𝗲𝘀𝘁 𝗚𝗲𝗼𝗴𝗿𝗮𝗽𝗵𝘆 (33)

चित्र
टेस्ट सीरीज के क्रम में यह 32 वाँ टेस्ट है  पिछले सभी टेस्ट सीरीज़ के प्रश्नोत्तर एवं उनकी व्याख्या सहित उत्तर के लिये नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक  करें: - 👇👇👇👇👇👇👇 टेस्ट सीरीज़ (भूगोल) आइये आज के प्रश्नों को देखते हैं- Q1:- जैविक विविधता शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? (A) E. O. विल्सन  (B) W. D. रोजेन  (C) रेमंड F. डेस्मन  (D) अर्नेस्ट हैकल  उत्तर-(C) व्याख्या :- जैविक विविधता (Biological Diversity) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग सन् 1968 में वन्य जीव वैज्ञानिक एवं संरक्षणकर्ता रेमण्ड एफ. डेस्मन ने अपनी पुस्तक 'अ डिफरेंट काइंड ऑफ कंट्री' में संरक्षण की पैरवी करते हुए किया था। जैविक विविधता शब्द विस्तृत रूप से सन् 1980 के बाद ही प्रचारित हुआ जब विज्ञान एवं पर्यावरण नीतियों में इसे प्रयुक्त किया जाने लगा। वहीं दूसरी ओर जैवविविधता (Biodiversity) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग सन् 1985 में डब्ल्यू. डी. रोजेन ने किया जबकि जैवविविधता शब्द को सन् 1986 में सामाजिक जीववैज्ञानिक ई. ओ. विल्सन ने विस्तृत रूप में प्रचारित किया तथा सन् 1988 में विल्सन ने जैविक विविधता की जगह जैवविव