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उपग्रहों से संबंधित परीक्षोपयोगी तथ्य एवं प्रश्नोत्तरी

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जानिए उपग्रह के बारे में  जिस प्रकार विभिन्न ग्रह सूर्य के चारों और परिक्रमण करते हैं उसी प्रकार कुछ आकाशीय पिंड इन ग्रहों के चारों ओर भी चक्कर लगाते हैं। इन पिंडो को उपग्रह कहते हैं जैसे पृथ्वी एक ग्रह है तथा चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह है। जब कोई उपग्रह जैसे चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर वृत्तीय कक्षा में परिक्रमण करता है तो उस पर एक अभिकेंद्र बल कार्य करता है। यह बल पृथ्वी द्वारा उपग्रह पर लगाया गया गुरुत्वाकर्षण बल होता है। उपग्रह की चाल केवल उसकी पृथ्वी तल से ऊंचाई पर निर्भर करती है। चूंकि उपग्रह की चाल उपग्रह के द्रव्यमान पर निर्भर नहीं करती है। उपग्रह का परिक्रमण काल भी केवल उसके पृथ्वी तल से ऊंचाई पर निर्भर करता है। उपग्रह पृथ्वी तल से जितना दूर होगा उसका परिक्रमण काल उतना ही अधिक होगा। पृथ्वी का पलायन वेग 11.2 किलोमीटर प्रति सेकंड होता है।   कृत्रिम उपग्रह किसी पिंड को पृथ्वी तल से कुछ सौ किलोमीटर ऊपर आकाश में भेजकर उसे लगभग 8 किलोमीटर प्रति सेकंड का क्षैतिज वेग दे दें तो वह पिंड पृथ्वी के चारों ओर एक निश्चित कक्षा में वृत्तीय परिक्रमण करने लगता है...

परीक्षाओं में पूछे जाने वाले कृषि भूगोल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर।

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Agriculture geography कृषि भूगोल 1.विश्व स्थानांतरित कृषि के निम्न नाम किस देश से सम्बंधित है ?? Answer A . चितमन - ज़ाम्बिया B. कोनुको - वेनेजुएला C. झूमिंग कृषि - भारत 2.व्हीटलसे ने विश्व को कितने कृषि प्रदेश में बांटा है ? Answer - 13 3. व्हितलसे  ने कृषि प्रदेशो के निर्धारण हेतु कितने आयामो का प्रयोग किया है ??  आंसर - 5 4. huntighatan ने विश्व को कितने कृषि प्रदेश में बांटा है ??? Answer - 4 5.  Von thunen के मॉडल को यूरोप पर लागू किसने किया ??  Answers - o jonason 6.कृषि उत्पादन की कोटि गुणांक विधि किसने दी ? Answer - m.g. Kendall 7.शस्य गहनता निकालने का सूत्र ??      Answer =  कुल बोया गया क्षेत्र × 100/ शुद्ध बोया गया क्षेत्र  8.van thunen के three field theory में कौनसे 3 तत्व थे ??? Answers - कृषि , चारागाह, परती भूमि 9 ग्रेट ब्रिटेन का प्रथम भू उपयोग सर्वेक्षण किसने किया???  Answer - D . स्टाम्प 10 वॉन thunen ने कृषि भू उपयोग सिद्धान्त कब दिया ??  Answer - 1826 11. कृषि उत्पादन के गणना के लिए जसबीर सिंह and ढिल...

समुद्र से जुड़े परीक्षोपयोगी महत्वपूर्ण जानकारी।

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समुद्र विज्ञान के अंतर्गत उच्चस्तरीय परीक्षाओं जैसे नेट, जेआरएफ, संघ लोकसेवा आयोग, राज्य लोकसेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी, पीजीटी आदि परीक्षाओं में अधिकांश प्रश्न पूछे जाते हैं। इस आधार पर इन परीक्षाओं में पूछे जाने वाले प्रश्नो को ध्यान में रखकर हमने महत्वपूर्ण तथ्यों को तैयार किया है जिसे आप आसानी से समझ सकते हैं। तो आइए जानते हैं:- महत्वपूर्ण तथ्य प्रसिद्ध विद्वान कार्ल जोपरीज ने कहा है कि हवाएँ सागरीय जल को तली तक आलोड़ित करती है, अर्थात् हवाओं से उत्तपन्न धाराओं में सतह से लेकर तली तक जल सामूहिक रूप से आगे बढते है। जबकि प्रयोगों के आधार पर फिण्डले ने कहा कि सागरीय जल को हवाएँ 30 - 60 फीट की गहराई तक ही आलोडित कर पाती हैं।  गहराई के बढते जाने से जल का घनत्व भी बढ जाता है, परिणामस्वरूप वायु भारी जल को गतिशील नहीं कर पाती है। पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण सागरीय जल उ० गोलार्द्ध में दाहिने तथा द० गो० में बायीं ओर मुड़ जाती है।  इस तथ्य की खोज सर्वप्रथम नानसेन ने किया, जिसे बाद में एकमेन ने गणितीय आधार पर प्रमाणित करते हुए कहा कि उ० गो० में हवा स...

गंगा नदी अपवाह तंत्र से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य।

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गंगा नदी अपवाह तंत्र गंगा नदी सांस्कृतिक दृष्टि से भारत की सबसे महत्वपूर्ण नदी है यह भारत का सबसे बड़े अपवाह तंत्र का निर्माण करती है। यह नदी उत्तराखंड राज्य के गोमुख के निकट गंगोत्री ग्लेशियर से निकल कर बंगाल की खाड़ी में गिरती है। हरिद्वार के निकट गंगा मैदानी भाग में प्रवेश करती है। गंगा नदी में अन्य नदियों के मिलने वाले संगम स्थल निम्न है:- भागीरथी+अलकनन्दा             =      देवप्रयाग मंदाकिनी+अलकनन्दा।           =     रुद्रप्रयाग पिण्डार+अलकनन्दा               =      कर्णप्रयाग धौलीगंगा+अलकनन्दा             =     विष्णुप्रयाग गंगा+यमुना                            =     प्रयाग गंगा नदी भारत मे सबसे अधिक अवसाद ढोने वाली नदी है जिसके कारण इसको भारत का सबसे बड़ा अपवाह तंत्र का निर्माण ...