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केरल का अरलम वन्यजीव अभयारण्य चर्चा में क्यों?

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 अरलम वन्यजीव अभ्यारण्य ✴️ चर्चा में क्यों?✴️ हाल ही में, संदिग्ध माओवादियों ने चवाची क्षेत्र के पास, केरल के अरलम वन्यजीव अभयारण्य में वन निगरानीकर्ताओं पर हमला किया। ✴️अरलम वन्यजीव अभयारण्य के बारे में✴️   अरलम वन्यजीव अभयारण्य केरल का सबसे उत्तरी वन्यजीव अभयारण्य (कन्नूर जिले में) है। ✴️क्षेत्रफल:✴️ इसका क्षेत्रफल 55 वर्ग किमी है और यह पश्चिमी घाट के पश्चिमी ढलान पर स्थित है।  ✴️स्थापना:✴️ इसकी स्थापना 1984 में इरिट्टी के पास मुख्यालय के साथ की गई थी। अभयारण्य वायनाड-ब्रह्मगिरि, वायनाड के उत्तरी ढलानों, कर्नाटक के ब्रह्मगिरि वन्यजीव अभयारण्य और कूर्ग के जंगलों से घिरा है, जिसकी सबसे ऊंची चोटी कट्टी बेट्टा है।  चींकानी नदी इस वन्यजीव अभयारण्य से होकर बहती है। ✴️वनस्पति:✴️ आम,सिनामोमम,होपिया परविफ्लोरा,लार्जस्ट्रोमिया लांसोलाटा,जाइलियाक्सिलोकर्प,मैलोटस,फिलीपिनेंसिस आदि। ✴️जीव-जंतु:✴️ हिरण, सूअर, हाथी, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, विभिन्न प्रकार की गिलहरियां आदि। पिछले सभी टेस्ट सीरीज़ के प्रश्नोत्तर एवं उनकी व्याख्या सहित उत्तर के लिये नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक  करें:

अंटार्कटिका में नए रिसर्च स्टेशन मैत्री -2 को स्थापित करेगा भारत

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हाल ही में,भारत ने वर्ष 2029 तक पूर्वी अंटार्कटिका में एक नया अनुसंधान स्टेशन मैत्री-II स्थापित करने की घोषणा की है, इस नए अनुसंधान केंद्र के लिए उपयुक्त स्थान का चुनाव कर लिया गया है यह मौजूदा भारतीय अनुसंधान बेस, मैत्री के निकट स्थित होगा। भारत का मौजूदा अनुसंधान केंद्र 'मैत्री' बहुत पुराना हो चुका है। ऐसी स्थिति में नया अनुसंधान केंद्र बनाना आवश्यक हो गया है। प्रस्तावित परियोजना में अंटार्कटिका के लिए पर्यावरण प्रोटोकॉल के पालन और अंटार्कटिका में भारतीय वैज्ञानिक अनुसंधान की गुणवत्ता में सुधार की परिकल्पना की गई इससे संबंधित सम्पर्क मार्ग के लिए प्रारम्भिक स्थलाकृतिक सर्वेक्षण कार्य जारी है। इस कार्य योजना के पूरा होने की निर्धारित समय-सीमा का विवरण इस प्रकार है:- ✅ मुख्य योजना का विकास, सलाहकार की नियुक्ति और रूपरेखा बनाने का कार्य: 18 महीने। ✅ निविदा का मसौदा तैयार करना तथा निविदा प्रक्रिया, अनुबंध देना और उस पर हस्ताक्षर करना, सलाहकार द्वारा कार्यस्थल का सर्वेक्षण, साइट पर सड़क की कटान एवं निर्माण कार्य पूरा करना: 18 महीने। ✅ मुख्य भूमि पर पूर्वनिर्माण/खरीद, क

अब TGT, PGT के सिलेबस में जुड़ेगा सामान्य अध्ययन (G.S.)

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नवगठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती के लिए होने वाली लिखित परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया है। 13 दिसंबर को जारी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 की नियमावली में यह व्यवस्था दी गई है। जैसा कि आपको पता है कि अभी तक टीजीटी, पीजीटी के पदों पर भर्तियां उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से होती थी। परन्तु अब इन भर्तियों को सम्पन्न कराने कि जिम्मेदारी नवगठित आयोग UPSESSB को दे दी गई है। अब तक चयनबोर्ड के माध्यम से कराये जा रहे शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा में केवल संबंधित विषय के प्रश्न ही पूछे जाते थे। लेकिन अब दो घंटे की लिखित परीक्षा में पूछे जाने वाले वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी रहेंगे। इससे अभ्यर्थी के विषय ज्ञान के अलावा सामान्य ज्ञान का भी परीक्षण हो सकेगा। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि प्रश्नपत्र में कितने प्रश्न विषय से और   कितने सामान्य ज्ञान के होंगे। प्रशिक्षित स्नातक की भर्ती सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर होगी, जब

Speed Test GEOGRAPHY (31)

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टेस्ट सीरीज के क्रम में यह 31 वाँ टेस्ट है पिछले सभी टेस्ट सीरीज़ के प्रश्नोत्तर एवं उनकी व्याख्या सहित उत्तर के लिये नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक  करें: - 👇👇👇👇👇👇👇 टेस्ट सीरीज़ (भूगोल) आइये आज के प्रश्नों को देखते हैं- Q1:- हरियाली (Haryali) एक नई योजना है- (a) द्वितीय हरित क्रांति लाने के लिए (b) बंजर भूमि के विकास के लिए (c) मरुस्थल के वनीकरण के लिए (d) गोचर भूमि के विकास के लिए उत्तर-(b) व्याख्या : हरियाली (Haryali) योजना बंजर भूमि के विकास के लिए जल संग्रहण से संबंधित विकास योजना है। इसका उद्देश्य जल संरक्षण और वृक्षारोपण करके पर्यावरण को हरा भरा बनाना है। Q2:- प्रमाणित बीज के थैलों पर प्रयोग किए जाने वाले टैग का रंग है- (a) बैंगनी (b) नीला (c) सफेद (d) सुनहरा पीला उत्तर - (b) व्याख्या : प्रमाणित बीज के पैकिंग थैले पर नीले रंग का टैग लगाया जाता है। इसे आधार बीज से उत्पादित किया जाता है। निर्धारित मानकों पर उपयुक्त होने पर प्रमाणीकरण संस्था इसे जारी करती है। अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:- प्रजनक बीज के पैकिंग थैले पर सुनहरे रंग का टैग लगाया जाता है। यह बीज उत्पादन का मूल स्रो

बिहार STET- 2024 के लिए नोटिफिकेशन जारी

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आज बिहार STET 2024 हेतु नोटिफिकेशन जारी की गई है। जिसमे ऑनलाइन आवेदन आज 14 दिसम्बर 2023 से प्रारम्भ हो गया है। आवेदन की अंतिम तिथि 2 जनवरी 2024 तक है।   ✴️महत्वपूर्ण बिंदु✴️ ✅ इसकी परीक्षा ऑनलाइन CBT मोड में होंगी, परीक्षा की तिथि बाद में घोषित की जाएगी। ✅ पेपर 01 माध्यमिक (9-10) ✅ पेपर 02 उच्चत्तर माध्यमिक (11वी और 12वी ) के लिए। ✅ सभी विषयों के लिए होगी परीक्षा ✅150 अंकों की परीक्षा होगी। ✅ 50 अंक शिक्षण व अन्य दक्षता से और 100 अंक आपके अपने निर्दिष्ट विषय से पूछे जाएंगे ✅ इसमें नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं हैं। ✅ इसमें आवेदन शुल्क एक पेपर ₹960 तथा दोनो पेपर के लिए ₹1440 रखा गया है। ✅इसमें पूरे भारत के नागरिक आवेदन कर सकते हैं। ✅ परीक्षा में उतीर्ण होने के लिये- गेन को 50% ,OBC को 45.5 % , EBC को 42.5 %, महिला/SC/ST/दिव्यांग को 40 % अंक लाना अनिवार्य है। ✅ यह परीक्षा कई फेज/तिथि में होंगी इसीलिए नॉर्मलाइजेशन के आधार पर रिजल्ट जारी होगा। ✅ 150 अंकों की कुल परीक्षा के लिए समय 02:30 का समय रहेगा। ✅ STET 2024 जो भी अभ्यर्थी पास करेंगे, उन सभी को प्रमाणपत्र उपलब्ध कराए जा

RO/ARO 2023-24 प्री परीक्षा के लिए बेहतर रणनीति

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जैसा की आप सबको विदित है RO/ARO (समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी) के लिए  प्रारंभिक परीक्षा 11 फ़रवरी 2024 को होना तय हैं। अक्टूबर - नवम्बर बीत चुका है इस लिहाज से अब आपके पास सिर्फ 2 महीने है, इन महीनों में ऐसा क्या किया जाए जिससे आपकी सफलता आकार ले सके। इसके लिए आपको एक स्ट्रेटजी बताई जा रही है तो निश्चित तौर पर नए तैयारी करने वाले और पहले से तैयारी में लगे दोनों लोगों के लिए समान रूप से फायदेमंद सिद्ध होगी। सबसे पहले आपको परीक्षा का पैटर्न बता दें हालांकि यह सब चीजें आपको पता है फिर भी एक बार अवश्य देख लें। इसकी प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होंगे- (1) प्रथम प्रश्न पत्र -140 प्रश्न सामान्य अध्ययन  (2) द्वितीय प्रश्न पत्र - 60 प्रश्न सामान्य हिंदी हर प्रश्न का मार्क्स एक है और इस एग्जाम में आयोग की सभी परीक्षाओं की तरीके 1/3 माइनस मार्किंग लागू है। यह तो हो गया प्रारंभिक परीक्षा का एक ओवरव्यू अब आते हैं कि सामान्य अध्ययन और हिंदी के प्रत्येक section की तैयारी कैसे की जाए। तो इसके लिए हम लोग विषय वार चीजों को डिस्कस करते हैं ताकि आपको एक सधी हुई रणनीति प्राप्त हो। बात करत

अब आधार कार्ड की तरह बनेगा 'अपार कार्ड'

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स्कूल से लेकर कालेज तक के छात्रों पास अब आधार कार्ड के अलावा एक और विशिष्ट पहचान आइडी होगी। जिसका नाम अपार (आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) रखा गया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के तहत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक के हर छात्र के लिये वन नेशन वन स्टूडेंट के तर्ज पर विशेष आईडी बनाने की योजना बनाई है। इसे छात्रों के आधार नम्बर से भी जोड़ा जाएगा। अपार आईडी कार्ड 12 अंकों का होगा जिसमे छात्र का पूरा नाम,पता,जन्मतिथि,फोटो के साथ बच्चों के खेलकूद की गतिविधियां,छात्रवृत्ति पुरस्कार, एजुकेशन लोन आदि की पूरी जानकारी रहेगी। भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि इसमे छात्रों के माता पिता के सहमति की आवश्यकता होगी। इसके लिए उनके माता-पिता की सहमति लेने का कार्य स्कूल स्तर पर शुरू हो गया है। सहमति के बाद इसे सेंट्रल यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट एंड इंफॉर्मेशन फॉर एजुकेशन प्लस पोर्टल पर अपलोड करना स्कूल की जिम्मेदारी होगी। सरकार की तरफ से यह आश्वासन दिया गया है कि इसका डाटा गोपनीय रहेगा और केवल सरकारी एजेंसियों के साथ साझा किया जाएगा। सहमति देने वाले अ