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Geography Test Paper SSC

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1. दुधावा बांध किस नदी पर अवस्थित है? A. महानदी  B. बराक नदी  C. कोसी नदी  D. नर्मदा नदी Answer : A 2. शिमशा नदी किस नदी की सहायक नदी है? A. कावेरी  B. गोदावरी  C. कृष्णा  D. नर्मदा Answer : A 3. यमुना नदी कहाँ से निकलती है? A. चाराबारी  B. बन्दरपूँछ C. मिलाम  D. नंदा देवी Answer : B 4. शिप्रा नदी किस नदी की सहायक नदी है? A. सिंध  B. बनास  C. चम्बल  D. बेतवा Answer : C 5. निम्न में से कौन सी नदी यमुना की सहायक नदी नहीं है? A. केन  B. बेतवा C. सिंध D. सोन Answer : D सोन गंगा की सहायक नदी है। 6. निम्न में से कौन सी नदी ब्रहपुत्र की सहायक नदी नहीं है? A. कामेंग  B. तीस्ता C. जलढका D. बराक Answer : D 7. निम्न में से कौन सी नदी कृष्णा की सहायक नदी नहीं है? A. मूसी  B. तुंगभद्रा  C. दूधगंगा  D. मंजीरा Answer : D मंजीरा गोदावरी की सहायक नदी है। 8. निम्न में से कौन सी नदी कावेरी की सहायक नदी नहीं है? A. काबिनी  B. अमरावती C. भवानी  D. मूसी Answer : D 9. बांग्लादेश में प्रवेश करने के बाद ब्रह्मपुत्र नदी को किस नाम से जाना जाता है? A. पद्मा  B. जमुना  C. महानंदा  D. मेघना Answer : B

बंगाल की खाड़ी में चक्रवात जवाद की दस्तक, परीक्षाओं में पूछे जा सकते है इससे जुड़े प्रश्न।

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बंगाल की खाड़ी में चक्रवात जवाद की दस्तक, जानिये इससे जुड़े परीक्षोपयोगी तथ्य। चक्रवात का नाम :-   जवाद (अरबी शब्द) जवाद का अर्थ :-  उदार या दयालु जवाद नाम दिया :- सऊदी अरब ने  स्थिति :- बंगाल की खाड़ी (हिन्द महासागर) गति :- 100 - 117 Km/H प्रभावित क्षेत्र :- आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल ताउते (Tauktae Cyclone) और यास (Yaas Cyclone) के बाद अब चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) का खतरा मंडरा रहा है।  भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे जवाद के तेज होने की उम्मीद है।  यह उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट तक पहुंचने वाला है। शनिवार 4 दिसंबर 2021 की सुबह यहां हवा की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।  इससे आंध्र प्रदेश, ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West bengal)के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश,ओडिशा और पश्चिम बंगाल के हिस्से होंगे प्रभावित इस चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम और ओडिशा के तटीय जिलों को प्रभावित करने की आशंका है।

क्या अगले साल वास्तव में बदल जायेगा UPPSC का सिलेबस?

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क्या अगले साल बदल जायेगा UPPSC का सिलेबस? आज सारे दिन विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा एक खबर आप तक पहुंचती रही होगी कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अपना प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा का सिलेबस चेंज करने जा रहा है।  खबर की सत्यता जानने का प्रयास किया तो कुछ भरोसेमंद लोगों द्वारा जानकारी मिली है। आइए देखते है विस्तार से:- आयोग ने एक नए सिलेबस का खाका तैयार किया है लेकिन अभी कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है क्योंकि यह सरकार के पास जाएगा सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद ही इसकी पुष्टि होगी- आयोग ने क्या खाका(ब्लूप्रिंट) तैयार किया है? (1) प्रारंभिक परीक्षा में सीसैट हटाया जा सकता है सामान्य अध्ययन के प्रश्न पत्र में रिजनिंग स्टेटिक्स और सरल अर्थमैटिक के कुछ प्रश्न जोड़े जा सकते हैं।  अर्थात आयोग प्रारंभिक परीक्षा में सिर्फ एक प्रश्न पत्र रखने पर विचार कर रहा है। (2) मुख्य परीक्षा में आयोग द्वारा ऑप्शनल सब्जेक्ट को हटाने का ब्लू प्रिंट तैयार किया है।  उसके स्थान पर फिलहाल उत्तर प्रदेश स्पेशल प्रश्न पत्र को जोड़ने का प्रस्ताव है जो कि सभी के लिए अनिवार्य होगा। (3) इसके अतिरिक्त और कोई परिवर्तन नह

माईनस मार्किंग वाले परीक्षाओं पर सटीक एवं कारगर रणनीति।

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माईनस मार्किंग वाले परीक्षाओं को पास करने हेतु कारगर रणनीति। मित्रो अगर आप माईनस मार्किंग वाले परीक्षाओं जैसे UPSC, UPPSC, UPSSSC,SSC, बैंक ,रेलवे आदि द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो आपके मन मे कुछ सवाल होगें। जैसे:- ★माइनस मार्किंग से कैसे निपटा जाए? ★कैसे प्रश्न अटेंड किए जाएं? ★मेरिट क्या जाने की संभावना है? माइनस मार्किंग से कैसे निपटा जाए? जैसा कि आपको पता है परीक्षाओं में 1/3 तथा 1/4 माइनस मार्किंग है यह माइनस मार्किंग कई अच्छे पढ़े लिखे लोगों का खेल खराब कर देती है। इसलिए सबसे ज्यादा चिंता यहीं पर आकर होती है, कम करें तो मेरिट से बाहर होने का डर रहता है ज्यादा करने पर माइनस मार्किंग लगने का डर रहता है।  इसलिए सबसे ज्यादा कन्फ्यूजन यहीं पर है, इससे बचने के लिए पेपर को कुछ इस तरीके से सॉल्व करना होगा:- (1) पेपर के पहले 50 मिनट में उन प्रश्नों को सॉल्व करें जिनमें आप 100% sure हैं, अगर यह संख्या भगवान के आशीर्वाद से सौ के आसपास रह रही है तो आप आगे बिल्कुल प्रश्न ना करें क्योंकि इन प्रश्नों में आप 100% sure हैं और आप का स्कोर अर्थात सही प्रश्नों

अंटार्कटिका, थ्वाईट्स ग्लेशियर और पेंग्विन के बारे में जानिए ये बड़ी बातें।

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अंटार्कटिका:- आर्कटिक क्षेत्र की तुलना में  अंटार्कटिका महाद्वीप अधिक शीतल है।  मुख्य कारण –  1. अपसौर (Apehelion-4 July) की स्थिति में दक्षिणी गोलार्द्ध में शीत ऋतु  2. अंटार्कटिका महाद्वीप के उच्चावच की अपेक्षाकृत अधिक तुंगता(Altitude)  3. अंटार्कटिका पर महाद्वीपीयता का प्रभाव,जबकि आर्कटिक के निकट महासागरीय जल का समकारी प्रभाव   मुख्य बिंदु 1. यहाँ विश्व का सबसे बड़ा हिमनद लैम्बर्ट ग्लेशियर व विश्व का दक्षिणतम सक्रिय ज्वालामुखी माउंट एरेबेस अवस्थित हैं। 2. अत्यधिक हिम भार के कारण बहुत से भाग 1/2  किलोमीटर से भी अधिक गहराई तक अवतलित। 3. पृथ्वी के अंतरतम से प्राप्त ऊर्जा के कारण अत्यधिक न्यून तापमान के उपरान्त भी हिमचादर के नीचे अनेक झीलों की उपस्थिति। 4. अंटार्कटिका की सर्वोच्च चोटी माउन्ट विन्सन है। 5. दक्षिणी भौगोलिक  ध्रुव पर पर पहुंचने वाले प्रथम व्यक्ति नॉर्वे के रोआल्ड एमण्डसन बने। 6. आर्कटिक के ठीक विपरीत यहाँ ध्रुवीय भालुओं का सर्वथा अभाव है, जबकि पेंग्विन का पोषण व  विकास होता है। 7. मनुष्य द्वारा मापन किया गया वर्तमान तक का धरातल का न्यूनतम तापमान इस