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अगर आप UPPCS 2024 प्री परीक्षा देने जा रहे हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।

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UPPCS Pre 2024 के विषय मे कुछ महत्वपूर्ण बातें। 2024  की UPPCS   प्रारंभिक परीक्षा के लिए अब मात्र 4  महीने का समय बचा है।  यही समय तैयारी को फिनिशिंग टच देने का समय होता है।  पूरे साल कितनी भी मेहनत की हो लेकिन हमारी परफॉरमेंस का निर्धारण यही अंतिम कुछ दिन करते हैं।  इस समय पूरे सिलेबस का व्यवस्थित तरीके से रिवीजन शुरू कर देना चाहिए।  हर सब्जेक्ट में कुछ कोर टॉपिक्स और पॉइंट्स ऐसे होते हैं जिनकी इम्पोर्टेंस बहुत ज्यादा होती है और जो लगभग हर बार एग्जाम में पूछे जाते हैं।  हमें इन कोर टॉपिक्स और पॉइंट्स को पहचान कर उनपर थोड़ा एक्सट्रा जोर देना चाहिए।  इस से हम अपनी सफलता के चांस को कई गुना बढ़ा सकते हैं।   तो अगर आपकी तैयारी पूरी है तो इन पॉइंट्स को रिवीजन में अच्छे से तैयार कर लें, लेकिन अगर कोई साथी किसी वजह से अच्छी तैयारी नही कर पाया तो वो भी इन कोर टॉपिक्स को तैयार करके अपने पास होने की सभांवना को एक सीमा तक बढ़ा सकता है। जानिए कौन सा है वह कोर टॉपिक्स। इतिहास (History) 1.  सिंधुघाटी सभ्यता में विभिन्न स्थलों में पायी गयी चीजें, स्थल और संबंधित नदियां, स्थल और उनके खोजक

Geography Speed Test (भारत का भूगोल)

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Q1:- निम्न कथनों पर विचार कीजिए- (1) भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी में है। (2) भारत में भदावरी और सुर्ती किस्म की बकरियां पाई जाती हैं।  (3) भारत में उत्तर प्रदेश दूध उत्पादन में दूसरे स्थान पर है। उपर्युक्त में से कौन से कथन असत्य है?  (A) 1और 2 (B) 2 और 4 (C) 2 और 3 (D) इनमें से कोई नही  उत्तर:- C व्याख्या:- भारत में पाई जाने वाली भदावरी और सुर्ती भैंस की नस्ल है न कि बकरी की।  भारत में उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान पर है। और दूसरे स्थान पर राजस्थान है।  अतः विकल्प C सही है। Q2:- भारत में मृदा विस्तार का सही अवरोही क्रम क्या है?   (A) जलोढ़ मिट्टी - काली मिट्टी - लाल मिट्टी - लैटराइट मिट्टी (B) जलोढ़ - मिट्टी - लाल मिट्टी - काली मिट्टी - लैटराइट मिट्टी (C) लाल मिट्टी - लैटराइट मिट्टी - काली मिट्टी - जलोढ़ मिट्टी (D) लाल मिट्टी - काली मिट्टी - लैटराइट मिट्टी - जलोढ़ मिट्टी उत्तर:- B व्याख्या:- भारत में मृदा विस्तार का अवरोही क्रम इस प्रकार है-  जलोढ़ मिट्टी (43.4% भू-क्षेत्र) लाल मिट्टी (18.6% भू-क्षेत्र)  काली मिट्टी (15.2% भू-क्षेत्र) लेटराइ

जानिये क्या होता है? बफ़र स्टेट

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बफ़र स्टेट (अंतस्थ राज्य)  बफ़र स्टेट एक ऐसी राजनीतिक इकाइयां होती हैं जो दो प्रतिस्पर्धी विचारधारा वाले शक्तिशाली राजनीतिक इकाइयों के बीच स्थित होती हैं। इनकी भौगोलिक स्थिति संक्रमणीय होती है। बफ़र स्टेट  की कई  भौगोलिक विशेषताएं होती हैं जैसे ये कार्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होते है क्योंकि ऐसे स्टेट (राज्य) दो बड़ी शक्तिशाली इकाइयों की सीमा को अलग रखते हैं जिससे बड़े स्टेटस (राज्यों) के बीच प्रत्यक्ष युद्ध की संभावना कम रहती है।  इसका महत्व तब बढ़ जाता है जब बड़े राज्यों के बीच तनाव की स्थिति हो, क्योकि उस समय यही मध्यस्थता का कार्य करता है। सामान्यतः ऐसे स्टेटस (राज्यों) का सैन्य खर्च कम होता है।  साथ ही बफ़र स्टेट  को दोनों ही बड़े स्टेटस (राज्यों) से विकास के लिये सहायता भी मिलती रहती है। बफ़र स्टेट सामान्य रूप से विकसित नहीं होते हैं ऐसे स्टेटस महाशक्ति बनने से वंचित रहते है। राज्यों के विकास की प्रक्रिया में ऐतिहासिक कारणों से यह बफ़र स्टेट  अपने दो पड़ोसी स्टेटस (राज्यों) में मिल नहीं पाते हैं बल्कि दोनों के मध्य संतुलन बनाते हुए अपना अस्तित्व बनाए रखते हैं।

प्लांट कम्यूनिटी (पादप समुदाय)

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पादप समुदाय (Plant Community) पौधों के सामाजिक समूह को पादप समुदाय कहते  हैं।  पादप जैविक संगठनों में सर्वाधिक महत्वपूर्ण होते हैं। क्योंकि पौधे ही जैविक पदार्थों का निर्माण करते हैं  जिन का उपभोग पौधे स्वयं करते हैं तथा पौधे इस समुदाय की आधारभूत मौलिक इकाई होते हैं और किसी भी स्थान पर विभिन्न रूपों में पाए जाते  हैं। यथा -  वनभूमि, वन, बांगर क्षेत्र या घास क्षेत्र ,दलदल ,घास मैदान आदि। पौधे प्राथमिक उत्पादक होते हैं इस तरह पौधों को स्वपोषित भी कहा जाता है। जीव भूगोल में पौधों के अध्ययन पर सर्वाधिक ध्यान दिया जाता है तथा कभी-कभी इस अध्ययन को पादप भूगोल के रूप में अलग स्वतंत्र दर्जा दिया जाता है। एकबीजपत्री पादप इस तरह के पौधों में बीज का एक ही भाग होता है तथा अंकुरण के समय एक ही पत्ती निकलती है इसके अंतर्गत निम्न खाद्यान्न आते  हैं। उदाहरण  :-  गेहूं, ज्वार, मक्का, बाजरा तथा अन्य घासें । द्विबीजपत्री पादप वे पौधे जिनमें बीज के अंकुरण के समय दो पत्तियां निकलती हैं उन्हें   द्विबीजपत्री पादप कहते हैं इसमें मानव के उपयोग में आने वाली दलहनी खाद्यान्न फस

Geography Speed Test (World Geography)

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World Geography {विश्व का भूगोल} Speed Test हमने एक Free Program तैयार किया है जिसमे आपको प्रत्येक रविवार 5 MCQs उत्तर व व्याख्या सहित मिलेंगे। अगर आप चाहते है कि आपको भर्तियों के विज्ञापन तथा भूगोल के New Updates मिलते रहें तो आप नीचे दिए गए लिंक का प्रयोग करके सीधे जुड़ सकते है।   फ़ेसबुक के लिये लिंक https://www.facebook.com/groups/285249377017310/?ref=share_group_link वाट्सएप के लिए लिंक https://chat.whatsapp.com/LBEa6YIu5zM5rvWB0J5hsj टेलीग्राम के लिये लिंक 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇 https://t.me/bhugolvetta   आइए देखते है आज के प्रश्न Q1:-निम्न कथनों पर विचार कीजिए-  (1) कहवा दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का प्रमुख नकदी फसल है। (2) ब्राजील विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जहां से विषुवत रेखा एवं मकर रेखा गुजरती है।  (3) अरीका विश्व का सबसे शुष्कतम स्थान है।  (4) इक्वेडोर विश्व का सर्वाधिक केला निर्यातक देश है।  उपर्युक्त में से कौन सा/से कथन सही है/हैं? (A) 1 और 2 (B) 1 और 3 (C) 2 और 4 (D) उपरोक्त सभी उत्तर:-D व्याख्या:-   कहवा दक्षिण अमेरिका का प्रमुख नकदी फसल है। ब्राजील कहवा का

क्या है? बरमूडा त्रिभुज (Bermuda Triangle)

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बरमूडा त्रिभुज {BERMUDA TRIANGLE} बरमूडा त्रिभुज/त्रिकोण उत्तर पश्चिम अंध महासागर/अटलांटिक महासागर  के  5 लाख वर्ग किमी . में विस्तृत है,जिसके तीन कोण बरमूडा ,फ्लोरिडा के मियामी तथा प्युटोरिको को आपस में मिलाने पर बनते हैं।  इस त्रिभुज के बीचोंबीच सारगैसो सागर है। उत्तर में बरमुडा दक्षिण में प्यूटोरिको तथा पश्चिम में फ्लोरिडा के मियामी को आपस मे मिला कर बरमूडा त्रिभुज बनता  है। इस त्रिभुज से होकर कर्क रेखा गुजरती है। कर्क रेखा के दक्षिण में प्यूटोरिको तथा उत्तर में फ्लोरिडा (मियामी) व बरमूडा स्थित है। यह ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र  है। मियामी फ्लोरिडा में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित शहर है जो USA का भाग  है। बरमूडा उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में स्थित एक देश है जिसकी राजधानी हैमिल्टन है यहाँ की मुद्रा डॉलर है। प्यूटोरिको भी उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में स्थित एक देश है इसकी राजधानी सान जुआन है यहाँ की मुद्रा भी डॉलर है। पिछले सभी टेस्ट सीरीज़ के प्रश्नोत्तर एवं उनकी व्याख्या सहित उत्तर के लिये नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक  करें: - 👇👇👇

शीत निष्क्रियता एवं ग्रीष्म निष्क्रियता क्या है?

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शीत निष्क्रियता और ग्रीष्म निष्क्रियता शीत निष्क्रियता शीत काल के समय अत्यधिक ठंडे और शुष्क वातावरण में अक्रिय अवस्था मे जाकर समय बिताने की अवस्था को शीत निष्क्रियता कहते हैं। अर्थात शीत काल को सुसुप्तावस्था में बिताना शीत निष्क्रियता कहलाता है। इसमे जीव जंतुओं की शारिरिक क्रियाएँ मंद पड़ जाती हैं। इसमे जीव जंतु अपने आप को ठंड से बचाने के लिये गुफा ,  खौह , बिल आदि जगहों पर चले जाते हैं। शीत निष्क्रियता दर्शाने वाले जीव:- चमगादड़, कंगारू, रोडेंट भालू आदि ग्रीष्म निष्क्रियता ग्रीष्म काल के शुष्क और उष्ण वातावरण में कुछ जीव जंतु अक्रिय/निष्क्रिय अवस्था मे चले जाते हैं।  इसमे  गर्मी से बचने के लिये जीव जंतु अन्य जगहों पर चले जाते है और वहीं समय बिताते है जिसे ग्रीष्म निष्क्रियता कहते हैं। ग्रीष्म निष्क्रियता दर्शाने वाले जीव:- उत्तरी अमेरिका के मरुस्थलीय कछुए,मगरमच्छ, सैलामैंडर,गिरगिट,हेजहॉग (स्तनधारी) केंचुआ,घोघा, मधुमक्खी,अफ्रीकन लँगफिश,ग्रेटर सिरेन (उभयचर) पिछले सभी टेस्ट सीरीज़ के प्रश्नोत्तर एवं उनकी व्याख्या सहित उत्तर के लिये नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक  कर