ओजोन थेरेपी


            ओजोन थेरेपी

[1] इस थेरेपी का प्रारंभ 1920 में हुआ एवं 1930 के दशक में अमेरिका ने इसे कानूनी मान्यता प्रदान कर दिया।

[2] इस थेरेपी में ओजोन और ऑक्सीजन के मिश्रण का प्रयोग किया जाता है।

[3] कैंसर के रोगियों के लिए ओजोन थेरेपी एक दर्दरहित उपचार है।

[4] ओजोन एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरोधन तंत्र रेडिएशन और कीमोथेरेपी के दौरान पैदा होने वाले रेडिकल्स को संरक्षा प्रदान करता है।

[5] ओजोन एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सक्षम है।

ओजोन थेरेपी में ओजोन और ऑक्सीजन के मिश्रण को मनुष्य के शरीर के लाभ हेतु प्रयोग किया जाता है। 
ओजोन एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में सक्षम है, इसलिए यह ऑक्सीडेटिव मानसिक तनाव को कम कर सकता है।  
ओजोन का यह एंटीऑक्सीडेंट प्रतिरोधक तंत्र विकिरण और कीमोथेरेपी के दौरान पैदा होने वाले रेडिकल्स को संतुलित करता है। 
चाहे शरीर में शीघ्र थकान होने की शिकायत हो, सुस्ती अनुभव होती हो, छाती में दर्द की समस्या हो या उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्राल वृद्धि, मधुमेह आदि की चिंता हो, या कैंसर से लेकर एचआईवी जैसे घातक रोगों में, ओजोन थेरेपी इन सभी में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति के रूप में समान रूप से सहायक हो सकती है। 
यह अल्पजीवी गैस शरीर के अंदर जाकर ऑक्सीकरण प्रक्रिया को तेज करने के साथ-साथ ऑक्सीजन को फेफड़ों से लेकर शरीर की सभी कोशिकाओं तक ले जाने की क्षमता बढ़ा देती है। 
इससे शरीर द्वारा बनाये गए अफल विषैले तत्वों को बाहर निकालने एवं क्षय हो रही ऊर्जा के पुनर्संचय में मदद मिलती है।

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अमित कुमार शुक्ल

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