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Speed Test World Geography (विश्व का भूगोल)

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हमने एक  Free Program  तैयार किया है जिसमे आपको प्रत्येक रविवार  5 MCQs  उत्तर व व्याख्या सहित मिलेंगे। अगर आप चाहते है कि आपको  भर्तियों के विज्ञापन  तथा  भूगोल  के  New Updates  मिलते रहें तो आप नीचे दिए गए  लिंक  का प्रयोग करके सीधे जुड़ सकते है।   फ़ेसबुक के लिये लिंक https://www.facebook.com/groups/285249377017310/?ref=share_group_link वाट्सएप के लिए लिंक https://chat.whatsapp.com/LBEa6YIu5zM5rvWB0J5hsj टेलीग्राम के लिये लिंक 👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇👇 https://t.me/bhugolvetta   आइए देखते है आज के प्रश्न Q1:- वायुमंडल के बारे में निम्नलिखित बातें बताई जाती हैं- (1) सैकड़ों किमी. ऊंचाई तक फैला यह संकेंद्र परतों का गैसीय आवरण है। (2) गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण यह पृथ्वी से अलग-अलग नहीं हो सकता। (3) इसकी सबसे निचली परत को 'स्ट्रेटोस्फियर' कहा जाता है। उपर्युक्त कथनों में एक या अधिक सही हो सकते हैं। निर्णय कीजिए कि कौन-कौन सही हैं और सही उत्तर दिए गए क्रम के अनुसार उत्तर-पत्रक पर अंकित कीजिए- (a) 1, 2 और 3 सही हैं। (b) 1 और 2 सही हैं। (d) 1 और 3 सही हैं। (c) 2 और 3 सही

जानिए क्या होता है ऊष्मा द्वीप (Heat Island)

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ऊष्मा द्वीप (Heat Island) औद्योगिक नगरों व महानगरों का तापमान आसपास के क्षेत्रों की तुलना में अधिक होता है। यहाँ पक्के मकान, सड़कें आदि जैसे कंक्रीट संरचनाओं की अधिकता व वनस्पति की कमी के कारण  पार्थिव विकिरण ज्यादा होता है जो नगरीय वायुमंडल की ग्रीनहाउस गैसों द्वारा अवशोषित कर ली जाती है।  इनसे नगर का तापमान बढ़ जाता है तथा इन अपेक्षाकृत उच्च ताप वाले नगरों को ही ऊष्मा द्वीप कहा जाता है।                    अथवा नगरो के केन्द्रीय व्यावसायिक क्षेत्रों (Central Business Districts C.B.D) या चौक क्षेत्रों में वर्ष भर सामान्य रूप से मिलने वाला उच्च तापमान  का क्षेत्र ऊष्मा द्वीप के नाम से जाना जाता है।  इसके कारण नगर विशेष तथा उसके चारों ओर स्थित ग्रामीण क्षेत्रों में तापीय विसंगति की स्थिति पायी जाती है। तापमान के सम्बन्ध में यह उल्लेखनीय है कि सर्वाधिक ताप विषुवत रेखीय क्षेत्रों में न होकर कर्क तथा मकर रेखा के पास होता है, क्योंकि विषुवतरेखीय क्षेत्रों में आकाश बादलों से आच्छादित होने के कारण अधिक सूर्यातप प्राप्त नहीं कर पाता है, जबकि कर्क एवं मकर रेखा

अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के विषय मे परीक्षोपयोगी तथ्य।

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अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस  अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस या जैव विविधता संरक्षण दिवस 22 मई को मनाया जाने वाला पर्व है। इसका प्रारंभ संयुक्त राष्ट्र संघ ने किया था।  जैव विविधता के लिए वर्ष 2022 का थीम:-   "सभी जीवन के लिए एक साझा भविष्य का निर्माण।" (Building a shared future for all life)  नैरोबी में 29 दिसंबर 1992 को हुए जैव-विविधता सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया था, किंतु कई देशों द्वारा व्यावहारिक कठिनाइयां जाहिर करने के कारण इस दिन को 29 मई की बजाय 22 मई को मनाने का निर्णय लिया गया।  इसमें विशेष तौर पर वनों की सुरक्षा, संस्कृति, जीवन के कला शिल्प, संगीत, वस्त्र-भोजन, औषधीय पौधों का महत्व आदि को प्रदर्शित करके जैव-विविधता के महत्व एवं उसके न होने पर होने वाले खतरों के बारे में जागरूक करना है। जैव विविधता के संरक्षण हेतु कुछ भारतीय पहल (1) वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम (1972) (2) जैविक विविधता अधिनियम (2002) (3) आर्द्रभूमि (संरक्षण एवं प्रबंधन) नियम (2017) हमारे जीवन में जैव-विविधता का काफी महत्व है। हमें एक ऐसे पर्यावरण का निर्म

जानिए क्या होता है Heat Weve ( ताप लहर)

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हीट वेव (Heat Wave) ( ताप लहर) हीट वेव असामान्य रूप से उच्च तापमान की एक परिघटना है यानी किसी स्थान के लिये  हीट वेव  का अर्थ है वहाँ का तापमान सामान्यतः जितना रहना चाहिए उससे अधिक बढ़ गया हो। भारत के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में गर्मियों के मौसम के दौरान ऐसी स्थिति बन जाती है।  हीट वेव मुख्यतः मार्च और जून के बीच पाई जाती है कभी कभी इसका विस्तार जुलाई तक भी होता है।  हीट वेव  की स्थिति जब होती है तब उत्तरी पश्चिमी भारत में गर्मी के मौसम में उत्तर पश्चिम तथा पश्चिम से पूर्व दिशा में प्रचण्ड गर्म तथा शुष्क हवाएं चलती हैं जिससे वहां का तापमान  38°C से  49°C तक पहुँच जाता है। गर्म और शुष्क हवा के कारण मौसम कष्टप्रद हो जाता है। कभी-कभी ये इतनी तीव्र होती हैं कि रात में भी इनका प्रभाव बना रहता है। वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन के कारण लंबे समय तक चलने वाली तथा प्रचंड गर्म लहरों की आवृत्ति में वृद्धि हो रही है।  भारत में मानव स्वास्थ्य पर इसके हानिकारक प्रभावों का अनुभव किया जा रहा है। मुख्यतः भारतीय मौसम विभाग हीट वेव को लेकर तीन तरह की चेतावनी (अलर्

Geography Speed Test {भारत का भूगोल}

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Q1:- भारत के कितने केंद्रशासित प्रदेश ऐसे है जिनकी सीमा तट से नही लगती? (A) 2 (B) 1 (C) 4 (D) 3 उत्तर:- C व्याख्या:- भारत के 4 केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर ,लद्दाख, चंडीगढ़, दिल्ली ऐसे केंद्रशासित प्रदेश हैं जिनकी सीमा तट से नहीं लगती। Q2:- डोकलाम त्रिमुहानी पर अवस्थित है-  (A) नेपाल - चीन - भारत की  (B) पाकिस्तान - चीन - भारत की  (C) म्यांमार - चीन - भारत की  (D) भूटान - चीन - भारत की उत्तर:-D  व्याख्या:-  डोकलाम: भूटान - चीन - भारत  की त्रिमुहानी पर अवस्थित है।  यह भूटान का एक पठारी क्षेत्र है। Q3:- भारत में प्रथम एल्युमिनियम प्लांट कहां स्थापित किया गया था? (A) किरीबुरू  (B) रत्नागिरी  (C) अल्लू पुरम (D) जे के नगर उत्तर:- D  व्याख्या:- भारत में एल्युमिनियम का पहला कारखाना 1937 ईस्वी में पश्चिम बंगाल के जे के नगर में लगाया गया इसके पश्चात केरल की अलूपुरम में दूसरा कारखाना स्थापित किया गया। Q4:- निम्नलिखित में से कौन सा एक शहर स्वर्णिम चतुर्भुज से नहीं जुड़ा है? (A) बेलगांव  (B) सूरत  (C) गुंटूर  (D) नागपुर  उत्तर:- D व्याख्या:- उपर्युक्त विकल्पों में से न

बंगाल की खाड़ी में चक्रवात "असानी" की दस्तक, परीक्षाओं में पूछे जा सकते है इससे जुड़े प्रश्न।

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बंगाल की खाड़ी में उठने वाले उष्ण कटिबंधीय चक्रवात के विषय मे जानकारी चक्रवात का नाम:- असानी / आसनी असानी का अर्थ :- क्रोध स्थिति:- दक्षिणी अंडमान सागर (बंगाल की खाड़ी) गति:- 75 से 90 किलोमीटर प्रति घण्टे प्रभावित क्षेत्र:- ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम,सिक्किम, झारखंड, आंध्र प्रदेश 3 दिन बाद भारत के तटवर्ती इलाकों से टकराएगा उष्ण कटिबंधीय चक्रवात असानी । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इसकी गति 75 से लेकर 90 Km/h तक रहने की संभावना जताई है। बता दें कि इससे पहले भारत में  2020 में अम्फान चक्रवात ने पश्चिम बंगाल तथा 2021 में आये यास चक्रवात ने ओडिशा को प्रभावित किया था। जिसके बारे में विस्तृत जानकारी नीचे दिए गए (नीली लाइन) लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं। तौकते और यास चक्रवात के बारे में विस्तृत जानकारी। जवाद चक्रवात के बारे में विस्तृत जानकारी। ताऊ ते/तौकते चक्रवात आइए चक्रवात के बारे में जानते है। ऐसे में अगर असानी चक्रवात के असर की बात करें तो ये ओडिशा समेत पश्चिम बंगाल, असम, सिक्किम, झारखंड, आंध्र प्रदेश, उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में तबाही मचा सकता है। दक्षिणी अंडमान

आर्द्रभूमि (रामसर साइट) के विषय मे नई अपडेटेड जानकारी।

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आर्द्रभूमि के विषय मे नई जानकारी आर्द्र भूमि को मुख्य रूप से तीन वर्गों में विभाजित किया जा सकता है। आर्द्र भूमि  समुद्री/तटीय आर्द्रभूमि कोरल रीफ  पथरीला समुद्री तट बालू एवं कंकड़ तट  एश्चुअरी  मैंग्रोव  लैगून  अंतः स्थलीय आर्द्रभूमि  झील  तालाब  डेल्टा  अनूप/कच्छ  स्वच्छ जल स्प्रिंग  मानव निर्मित आर्द्रभूमि  छोटे टैंक  नहर  एक्वाकल्चर भारत में आर्द्रभूमि  भारत ने 1982 में रामसर संधि को स्वीकार किया तथा सर्वप्रथम केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान व चिल्का झील को आर्द्रभूमि की सूची रामसर सूची में शामिल किया गया वर्तमान में भारत में 49 रामसर स्थल है  जो निम्नलिखित हैं। (1) चिल्का झील यह उड़ीसा राज्य में स्थित है। इसको 1981 में आर्द्रभूमि स्थल यानी रामसर साइट में शामिल किया गया। (2) केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान यह राजस्थान के भरतपुर में है। इसको 1981 में रामसर स्थल में सूची में शामिल किया गया। (3) लोकटक झील  यह मणिपुर राज्य के चूड़ाचांदपुर जिले में स्थित है। इसे 1990 में रामसर सूची में शामिल किया गया। (4) वूलर झील  यह जम्मू कश्मीर के बांदीपुर जिले में है। इसे 1990