सेमाँग जनजाति के बारे में सटीक एवं नवीन जानकारी।



सेमाँग जनजाति

'सेमाँग जनजाति' के लोग मलेशिया के उष्ण कटिबंधीय वनों में निवास करते हैं।
           
मध्य मलाया प्रायद्वीप के भूमध्यरेखीय जंगलों में रहने वाली इस आदिवासी समाज के लोग सेमाँग के नाम से जाने जाते हैं। 

सेमाँग जनजाति निग्रिटो प्रजाति से सम्बंधित हैं। 

थाईलैंड में इन्हें अँगो ango  के नाम से जाना जाता है। 

गर्म आर्द्र जलवायु, सघन सदाबहार वन के कारण भौगोलिक परिस्थितियां प्रकृति से संघर्ष करने के अनुकूल नहीं हैं।

फिर भी इस जनजाति के लोग प्रकृति के अनुरूप जीवन यापन को अभ्यस्त हो गए हैं या जीवन यापन करने की कला सीख गए है।

नीचे दिये गये मानचित्र में सेमाँग जनजाति के निवास क्षेत्र को दर्शाया गया है।



सेमाँग जनजाति की प्रमुख विशेषतायें

सेमाँग अत्यंत पिछड़े लोग हैं। 

इनकी समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति जंगलों से होती है। 

यह जनजाति पूर्ण रूप से प्रकृति पर आश्रित होती है।

यह सामान्यतः शाकाहारी होते हैं, लेकिन विशेष अवसरों पर भोजन में मांस भी सम्मिलित होता है। 

स्त्रियां वृक्षों की छाल को वस्त्रों के रूप में पहनती हैं। 

यह एक घुम्मकड़ी जनजाति है।

घुमक्कड़ी जीवन के कारण सेमाँग अस्थायी झोपड़ी में निवास करते हैं। 

एक कबीले में 5 से 10 परिवार होते हैं। 

ये बाणों में विष लगाकर शिकार करते हैं। 

सेमाँग जनजाति के जीवन में बांस का विशेष महत्व है। 

परिवार में मुखिया की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, उसके निर्णय सबको मान्य होते हैं। 

प्रत्येक दल का अपना पूर्वनिर्धारित क्षेत्र होता है जिसमें उस दल का एकाधिकार होता है। 
बिना अनुमति के दूसरे के दल में प्रवेश वर्जित होता है। 

विवाह वयस्क होने पर पड़ोस के परिवार में ही कर दिया जाता है। 

सेमाँग जनजाति के लोग ऑस्ट्रो- एशियाई भाषा बोलते हैं। 

इन्हें पेट भरने हेतु पर्याप्त भोजन नहीं मिलता है। 

अतः अन्य कई कारणों से इनकी संख्या तेजी से कम होती जा रही है। 

हाल के अनुमान के अनुसार इनकी संख्या मात्र 3000 बताई जा रही है। 

ये पूर्णतः प्रकृतिवादी होते हैं।

आप सभी लोग वेबसाइट देखने के साथ साथ नोट्स बनाते चलें जिससे आपके पास नोट्स में तथ्य एकत्रित हो जाएगा जो आगे की परीक्षाओं में काम आएगा।

हमेशा नए तथ्य इस वेबसाइट पर आपको मिलते रहेंगे हमेशा इस वेबसाइट को देखते रहें। 

और अपने मित्रों  ,सम्बन्धियों को भी इसके बारे में बताएं ताकि सब लोग लाभान्वित हो सकें।
आप सबका बहुत बहुत आभार।

आप सभी अपने लक्ष्य को प्राप्त करें हम यही प्रार्थना करेंगे।

सत्य, सरल, एवं सबसे विश्वसनीय जानकारी के लिये आप हमारी वेबसाइट :- 
www.bhugolvetta.blogspot.com को निरन्तर देखते रहें।

हम प्रतिदिन नए तथ्य अपडेट करते रहते हैं।

अपने सम्बन्धियों को भी इस वेबसाइट के बारे में बताएं जिससे सबका लाभ हो 

हमारा प्रयास कि हम बनायें एक बेहतरीन शिक्षित समाज।


अमित कुमार शुक्ल
Blogger/C.S./G.A.S./Geography
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जानिए भ्रंश घाटी, रैम्प घाटी, ब्लॉक पर्वत और होर्स्ट पर्वत क्या होते हैं?

विश्व की गर्म एवं ठंडी हवाएं।

परीक्षाओं में भूगोल की प्रमुख पुस्तकें व उनके लेखकों के सम्बंध में पूछे जाने वाले प्रश्न।